Saturday, December 14, 2013

Dard E Dil Hindi Love Shayari

सूरत पे हर इक पल में दो प्यास उभरती है

होठों से तू हंसती है, आंखों से तू रोती है

शम्मे न जला तू अभी, रहने दे अंधेरे को

तू रात के पहलू में एक चांद सी लगती है

हाथों के इशारे से मुझे रोक ना रोने से

आंसू नहीं रूकते हैं जब दूर तू जाती है

मिलती है जो तू ऐसे उल्फत की अदा लेकर

लगता है मेरे दिल की हर बात तू पढ़ती है



No comments:

Post a Comment