Friday, November 18, 2016

आप अपने सर पर क्यूँ इलज़ाम लेते हो

चंद साँसे बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो, 
झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो, 

जिंदगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो, 
मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो.


हम अपनी मौत खुद मर जायेंगे सनम, 
आप अपने सर पर क्यूँ इलज़ाम लेते हो,

जालिम है दुनिया जीने न देगी आपको, 
आप क्यूँ अपने सर पर इलज़ाम लेते हो.

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