तुम्हारी याद आने पर आँसू टूट जाते है
उन्हें मैं हथेलियों पर समेट लेता हूँ
और जो अटक जाते हैं होंटों पर
तो मैं समझ लेता हूँ कि वो तुम हो.
सुबह-सुबह ठंडी हवा का झोंका
मुझे चुपके से आकर छूता है
और उसमें जो सबसे तेज़ झोंका हो
तो मैं समझ लेता हूँ कि वो तुम हो.
बिछड़ने के बाद से ही तुम्हारी याद आती है
तुम्हारी याद में जब मेरा दिल रोता है
रोते-रोते जो ज़ोर की हिचकी आती है
तो मैं समझ लेता हूँ कि वो तुम हो.
अब तुम आना जो तुम्हें मुझसे मुहब्बत है कोई
ReplyDeleteमुझसे मिलने की अगर तुमको भी चाहत है कोई
तुम कोई रस्म निभाने के लिए मत आना
आकर वापस ना जाना जो तुम्हे मुझसे मिहब्बत है कोई मुझको सीने से लगाने की गर तुमको भी चाहत है कोई
Deleteतुम मोहब्बत की हर रस्म निभाने के लिए आना
आकर वापस ना जाना जो तुम्हे मुझसे मोहब्बत है कोई मुझको सीने से लगाने की गर तुमको भी चाहत है कोई
Deleteतुम मोहब्बत की हर रस्म निभाने के लिए आना