Showing posts with label ये दिल किसी को पाना चाहता है. Show all posts
Showing posts with label ये दिल किसी को पाना चाहता है. Show all posts

Monday, July 3, 2017

ये दिल किसी को पाना चाहता है

ये दिल किसी को पाना चाहता है,
और उसे अपना बनाना चाहता है,


खुद तो चाहता है ख़ुशी से धड़कना,
उसका दिल भी धड़काना चाहता है.


जो हँसी खो गई थी बरसों पहले कहीं,
फिर उसे लबों पर सजाना चाहता है,




तैयार है प्यार में साथ चलने के लिए,

उसके हर गम को अपनाना चाहता है.

मोहब्बत तो हो ही गई है अब तो पर,
अब उसी से ही ये छिपाना चाहता है,


ये दिल अब किसी को पाना चाहता है,
और उसे सिर्फ अपना बनाना चाहता है