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Tuesday, February 2, 2016

दो मशहूर शायरों के अपने-अपने अंदाज

दो मशहूर शायरों के अपने-अपने अंदाज

पहले मिर्ज़ा गालिब

उड़ने दे इन परिंदों को आज़ाद फिजां में ‘गालिब’

जो तेरे अपने होंगे वो लौट आएँगे

शायर इकबाल का उत्तर

ना रख उम्मीद-ए-वफ़ा किसी परिंदे से 

जब पर निकल आते हैं

तो अपने भी आशियाना भूल जाते हैं