Pages
(Move to ...)
Home
Dard E Dil Hindi Shayari
SEO & SEM Marketing
Contact Us
▼
Showing posts with label
किसको मसीहा समझूँ
.
Show all posts
Showing posts with label
किसको मसीहा समझूँ
.
Show all posts
Friday, October 28, 2016
वो भी क्या दिन थे की हर वहम यकीं होता था
›
किस को क़ातिल मैं कहूँ किस को मसीहा समझूँ सब यहां दोस्त ही बैठे हैं किसे क्या समझूँ वो भी क्या दिन थे की हर वहम यकीं होता था अब हक़ीक़त...
›
Home
View web version