Hindi Love Shayari | Pyar Ki Shayari | Dard E Dil Ki Shayari

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Saturday, August 5, 2017

यादों के बन्द कमरे में, ज़िन्दगी सिसकती है बहुत

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जाने क्यूँ आजकल, तुम्हारी कमी अखरती है बहुत, यादों के बन्द कमरे में, ज़िन्दगी सिसकती है बहुत. पनपने नहीं देता कभी, बेदर्द सी उस ख़्व...
Thursday, November 17, 2016

अपने महबूब को खुदा कर दिया

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वो हमें भूल भी जायें तो कोई गम नहीं, जाना उनका जान जाने से भी कम नहीं, जाने कैसे ज़ख़्म दिए हैं उसने इस दिल को, कि हर कोई कहता है कि इस दर्द...
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Sushil Kumar Kushwaha
SUSHIL KUMAR KUSHWAHA
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