Pages
(Move to ...)
Home
Dard E Dil Hindi Shayari
SEO & SEM Marketing
Contact Us
▼
Showing posts with label
Ghazal Shayari
.
Show all posts
Showing posts with label
Ghazal Shayari
.
Show all posts
Monday, May 27, 2019
नए चेहरों में अब पहली सी कशिश कहाँ है बाकी
›
फरिश्ते भी अब कहाँ जख्मों का इलाज करते हैं, बस तसल्ली देते है कि अब करते है, आज करते है। उनसे बिछड़कर हमको तो मिल गयी सल्तनत-ए-गजल,...
Wednesday, May 15, 2019
इश्क़ की रस्म को इस तरह से निभाया हमने
›
जुस्तजू जिसकी थी उसको तो न पाया हमने, इस बहाने से मगर देख ली दुनिया हमने। तुझको रुसवा न किया खुद भी पशेमाँ न हुये, इश्क़ की रस्...
›
Home
View web version