मुझमें आता है मेरा यार आंसू बनकर
फिर से वो बिछड़ता है आंसू बनकर
उनकी यादों को भूल जाना मुमकिन तो नहीं
मेरी हर कोशिश बह जाती है आंसू बनकर
प्यार तो प्यार है, बस महसूस किया जाता है
हर अहसास गजल लिखता है आंसू बनकर
आंसुओं से ये मुहब्बत नजर आती है
मेरी नजरों में तू सलामत है आंसू बनकर.
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