Tuesday, January 10, 2017

तुम्हारी याद में जब मेरा दिल रोता है

तुम्हारी याद आने पर आँसू टूट जाते है
उन्हें मैं हथेलियों पर समेट लेता हूँ
और जो अटक जाते हैं होंटों पर

तो मैं समझ लेता हूँ कि वो तुम हो.
सुबह-सुबह ठंडी हवा का झोंका 
मुझे चुपके से आकर छूता है


और उसमें जो सबसे तेज़ झोंका हो 
तो मैं समझ लेता हूँ कि वो तुम हो.
बिछड़ने के बाद से ही तुम्हारी याद आती है 

तुम्हारी याद में जब मेरा दिल रोता है
रोते-रोते जो ज़ोर की हिचकी आती है
तो मैं समझ लेता हूँ कि वो तुम हो.

3 comments:

  1. अब तुम आना जो तुम्‍हें मुझसे मुहब्‍बत है कोई
    मुझसे मिलने की अगर तुमको भी चाहत है कोई
    तुम कोई रस्‍म निभाने के लिए मत आना

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    Replies
    1. आकर वापस ना जाना जो तुम्हे मुझसे मिहब्बत है कोई मुझको सीने से लगाने की गर तुमको भी चाहत है कोई
      तुम मोहब्बत की हर रस्म निभाने के लिए आना

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    2. आकर वापस ना जाना जो तुम्हे मुझसे मोहब्बत है कोई मुझको सीने से लगाने की गर तुमको भी चाहत है कोई
      तुम मोहब्बत की हर रस्म निभाने के लिए आना

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