Pages
Home
Dard E Dil Hindi Shayari
SEO & SEM Marketing
Contact Us
Wednesday, January 1, 2014
तुझे याद कर मुस्कुराने लगे हैं
फिर से खयालात आने लगे हैं
तुझे याद कर मुस्कुराने लगे हैं
उड़-उड़ के गिरता है दिल का परिंदा
टूटे पंखों में जान आने लगे हैं
देखते-देखते ही फिर खिल गए
वो सारे फूल जो मुरझाने लगे हैं
आंखों में अब तेरा ही नूर है
अमावस में तारे उगाने लगे हैं
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment