जलने दो ज़माने को चलो एक साथ चलते हैं,
नयी दुनिया बसाने को चलो एक साथ चलते हैं,
हमें जीवन का हर लम्हा तुम्हारे नाम करना है,
यही वादा निभाने को चलो एक साथ चलते हैं।
इस दिल को अगर तेरा एहसास नहीं होता,
तू दूर भी रह कर के यूँ पास नहीं होता,
इस दिल ने तेरी चाहत कुछ ऐसे बसाली है,
एक लम्हा भी तुझ बिन कुछ खास नहीं होता।
हर लम्हा अपनी पलकों पर बिठाया तुझे,
फिर भी ये इश्क़ मेरा न रास आया तुझे,
किस्मत की भी है यह अजीब दास्ताँ,
कभी हसाया तो कभी रुलाया मुझे।
लाख बंदिशें लगा ले दुनिया हम पर,
मगर दिल पर काबू नहीं कर पाएंगे,
वो लम्हा आखिरी होगा ज़िन्दगी का हमारा,
जिस दिन हम यार तुझे भूल जायेंगे।